अम्बरीश जी के विवाह विचार


हमारे देश मी विवाह का इक विशेष महत्व है इसमे न केवल इक पुरूष एवं नारी के मध्य रिश्ता जुड़ता वल्कि दो परिवारों के मध्य भी सम्बन्ध का श्रजन होता है वास्तव मी यही हमारे देश की महान धरोहर है जो सदियों से चल रही है और सदियों तक जायेगी हमारे भारत देश मी कभी विवाह का अर्थ स्वर्थिक नही रहा है वल्कि रिश्तो का विस्तार रहा है यथा पुराने रिश्तेदारों को सम्मान देना एवं नविन रिश्तो का श्रजान ही मूल अधर है बाकि की बाते हम अगले भाग मी कहेगे टैब तक के लिए जय हिंद जय भारत

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