न्यूज़ २४ में अजीत अंजुम की बहस
आज में न्यूज़ २४ में अजीत अंजुम की बहस देख रहा था, जिसमे इन्होने कई धर्मगुरु , सामाजिक कार्यकर्त्ता एवं आशाराम के समर्थक को बुलाया, अजीत जी काफी जोश में लग रहे थे जेसे मनो यही वकील हो और जज को बोल रहे हो की सजा देदो , किसी ने कहा की न्यायलय का निर्णय आ जाने दो फिर आप किसी को दोषी बोलिए तो अजीत अंजुम बोले ये बहुत शर्मनाक है अगर आप की बेटी के साथ होता तब भी क्या आप यही कहते , ये कह कर अजीत अंजुम ने इसको व्यक्तिगत बना दिया और भारत में जब भी कोई बात व्यक्तिगत स्तर पर आती है तो विचार बदल जाते है, पर अगर यही सवाल अजीत अंजुम से पूछते की अगर आप पर किसी ने ऐसा आरोप लगाया होता तो क्या उसको तुरंत मान लेते, भारत देश में आस्था का काफी समय से बलात्कार हो रहा है चाहे वो कुछ कालनेमि जैसे सधुओ ने किया हो, जन प्रतिनिधियों ने किया हो, समाचार को जन जन तक पहुचाने वाली संस्थाओ ने किया हो, सभी ने किया है, आज किसी न्यूज़ चेनल पर रुपये की गिरती साख का जिक्र नहीं है, देश में भ्रस्ताचार पर कोई न्यूज़ नहीं है , केंद्र और राज्य सर्कार अपना वोट बनाने के लिए जनता के टैक्स के धन को खुले आम लुटा रहे है उस पर कोई बहस नहीं है, नारी सुरक्छा में लगे पोलिस बाले ही बलात्कार कर रहे है उस पर कोई न्यूज़ नहीं है, बिधायक खुद कर रहे है बलात्कार उस कर कोई बात नहीं है, मुज्जफरनगर में दंगे हो रहे है उसके पीछे क्या कारन है उसपर कोई बहस नहीं हो रही है, मुस्लिम उलेमयो ने अजीत सिंह और अखिलेश को धमकी दी है की आपको चुनाव में इसका खामियाजा भुगता पड़ेगा उस पर कोई बहस नहीं है। क़्यु? क्युकी ये जनता जानना भी नहीं नहीं चाहती , ये न्यूज़ है , मनोरंजन नहीं है , ये कड़वा सच है जिसे जनता इग्नोर कर रही है , क्युकी जीने पास टीवी है दिश का कनेक्सन है उनको ये बाते फालतू लगती है और जिनके पास नहीं है उनको पता नहीं , जनता मनोरंजन चाहती है और अगर किसी की इज्ज़त का भाजी पलक हो तो लोग और भी मजे से देखते है , जिन पर बहस होनी चाहिए उनको तो सब छोड़ रहे है और जिन के लिए न्यायलय के आदेश का इंतजार करना चाहिए उन पर ऐसे बहस करते है मनो आज ही सरे देश से भ्रस्ताचार हटा देंगे , खैर जिसके पास भी शक्ति है वो उसका जैसे चाहे इस्तेमाल कर सकता है न्यूज़ चेनल के पास कैमरे और प्रसारण की शक्ति है , नेता जी के पास सेना और पोलिस की शक्ति है जनता के पास आस्था की शक्ति है। . बाकी भगवन स्वयं देख रहे है |
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