क्या AI जनरेटेड कंटेंट गूगल में रैंक करता है ?
इस उत्तर बहुत ही मिलाजुला हुआ है, क्युकी गूगल एक सॉफ्टवेयर है जिसका काम है यूजर के लिए बेहतरीन लेखन सामग्री को दिखाना, जब एक नया कंटेंट गूगल इंडेक्स करता है तो वो किसी न किसी कीवर्ड से जुड़ा हुआ होता है, तो पहले तो गूगल उसको रैंकिंग में दिखा देता है, लेकिन AI जनरेटेड कंटेंट की भाषा जिन यूजर को दिखती है उनके फीडबैक के आधार पर गूगल ये निर्णय लेता है की आगे क्या किया जाय।
जब AI निर्मित कंटेंट यूजर के सामने आता है तो उसकी भाषा एक मशीनी भाषा है जिसमे भाव की कमी होती है, और वर्तमान में ज्यादातर AI कंटेंट उनके फ्री वर्शन से लिखा होता है तो उसमे इतने ज्यादा अन्वेषण या भावगम्यता की उम्मीद भी नहीं होती है बस यही कारण है की यूजर इस कंटेंट को कम पसंद करते है, और इसी कारन कंटेंट को चार से पांच लाइन पढ़ने के बाद छोड़ देते है और यही गूगल के लिए रिजेक्शन का आधार बन जाता है।
यूजर कैसा कंटेंट
पढ़ना चाहता है ?
एक यूजर जब किसी कीवर्ड को सर्च इंजन में खोजता है तो उसकी कुछ उम्मीदे होती है, और ये उम्मीदे उसकी कंटेंट की शुरू की तीन से चार लाइन में ही क्लियर हो जाती है की ये कंटेंट उसकी उम्मीदों के लाइक है या नहीं, क्युकी जब एक लेखक कंटेंट लिखता है तो पढ़ने वाले भाव को सोच कर लिखता है, वही एक मशीन कंटेंट लिखती है तो उसका कोई ध्येय नहीं होता सिर्फ एक सॉफ्टवेयर है जो पॉइंट दर पॉइंट लेकर उसको जोड़ कर एक लाइन और फिर एक पैराग्राफ का रूप दे देती है।
इसलिए एक यूजर शुरू से ही ऐसा कंटेंट पढ़ना चाहता है जिसमे सारगर्भित तथ्य तो हो लेकिन इस सहज और सरल भाषा में हो जो उसको आत्मसात हो सके, क्यूकी मशीन कभी भी मानस्य के मनोभावों को नहीं पढ़ सकता है, ये मशीन की काबिलियत ही नहीं है, जिसके अंदर भाव है ही नहीं वो दुसरो के भावो के कैसे समझ सकता है या उसके भाव के अनुसार कुछ लिख या बोल सकता है
तो क्या AI
कंटेंट सर्च इंजन में रैंक नहीं कर सकता है ?
ऐसा मेने कभी नहीं कहाँ बिलकुल हां है, AI लिखित लेखन सामग्री तब ही Google में रैंक कर सकती है जब उस लेख की गुणवत्ता, प्रासंगिकता और मौलिकता Google के बनाये हुए दिशानिर्देशों का पालन करती है। अभी तक Google ने स्पष्ट रूप से AI-जनरेटेड सामग्री का उपयोग करने वाली वेबसाइटों को दंडित नहीं करता है सिर्फ कंटेंट को जयादा समय रैंकिंग में नहीं रखा है; हालाँकि जब AI लिखित कंटेंट सामग्री उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोगी होती, अच्छी तरह भावपूर्ण ढंग से लिखी गई होती है तो गूगल जरूर रैंकिंग रखता है क्युकी गूगल हमेशा से ही मौलिक और मूल्यवान सामग्री के महत्व पर जोर देता है। AI लेखन सामग्री का उपयोग करने वाली वेबसाइटों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वो कम गुणवत्ता वाली या स्पैम वाली सामग्री के लिए अपनी वेबसाइट को बर्बाद न करें और भविष्य के संभावित दंड से बचने के लिए इसकी पूरी तरह से समीक्षा, संपादन और उपयोगकर्ता के भावो के साथ संरेखित करें।
AI रचित कंटेंट
बुरा नहीं है, लेकिन इसमें गुणवत्ता का और भाव का हमेशा ही आभाव रहा है और रहेगा, आखिर
मानव ही मानव के भावो को समझ सकता है रच सकता है।
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